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शुक्रवार, 1 दिसंबर 2017

पत्थर पर असर होता है....आतिश इंदौरी

माँ के रहने पर ही पत्थर पर असर होता है 
झोपड़ी हो या क़िला तब कही घर होता है

तर बतर कोई दुआओं से अगर होता है
हर किसी के लिए वो शख्स शज़र होता है

तब्सिरा फूल नहीं करता कभी खुशबू का
इश्क एलान नहीं करता अगर होता है

गुल खिला होता तो फिर वाह निकलना तय थी
वाह तो मिलती ही है शेर अलग होता है

आसरा भी मिला और फल भी मिले खाने को 
लगता है पेड़ो में देवो का बसर होता है 


14...बेताल पच्चीसी....चोर क्यों रोया

चोर क्यों रोया और फिर क्यों हँसते-हँसते मर गया?” अयोध्या नगरी में वीरकेतु नाम का राजा राज करता था। उसके राज्य में रत्नदत्त नाम का एक सा...