फ़ॉलोअर
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
14...बेताल पच्चीसी....चोर क्यों रोया
चोर क्यों रोया और फिर क्यों हँसते-हँसते मर गया?” अयोध्या नगरी में वीरकेतु नाम का राजा राज करता था। उसके राज्य में रत्नदत्त नाम का एक सा...
-
1903-1981 तुम अपनी हो, जग अपना है किसका किस पर अधिकार प्रिये फिर दुविधा का क्या काम यहाँ इस पार या कि उस पार प्रिये । ...
-
चोर क्यों रोया और फिर क्यों हँसते-हँसते मर गया?” अयोध्या नगरी में वीरकेतु नाम का राजा राज करता था। उसके राज्य में रत्नदत्त नाम का एक सा...
-
कहीं तेज़ तर्रार ज़िंदगी। कहीं फूल का हार ज़िंदगी॥ कहीं बर्फ़ -सी ठंडक रखे। कहीं सुर्ख़ अंगार ज़िंदगी॥ कहीं माथे क...
सूखने के बाद तो दरारें पड़ जाती है।
जवाब देंहटाएंनम भूमि में ही तो उजेंगी नई सोच नई तरकीबें
मानने की
मनाने की।
सुंदर नज्म
सूखने के बाद तो दरारें पड़ जाती है।
जवाब देंहटाएंनम भूमि में ही तो उजेंगी नई सोच नई तरकीबें
मानने की
मनाने की।
सुंदर नज्म